Pustakalaya Par Nibandh
Pustakalaya par nibandh– पुस्तकालय पर निबंध में आपको यहाँ छोटे बड़े दोनों प्रकार के निबंध मिलेंगे । सबसे पहले आपको पुस्तकालय पर 200 शब्दों में निबंध और उसके बाद एक बड़ा निबंध जो पुस्तकालय पर निबंध 500 शब्दों में होगा । इसके बाद आपको पुस्तकालय पर निबंध में 10 लाइन भी मिलेंगी ।
पुस्तकालय पर निबंध 200
Pustakalaya par nibandh, एक विशेष प्रकार की वह जगह जहाँ विभिन्न प्रकार की जानकारी, शिक्षा, ज्ञान, सेवाओं आदि की पुस्तकों का संग्रह हो उसे पुस्तकालय कहते हैं।
पुस्तकालय स्कूल, कॉलेज व निजी जगह पर मौजूद होते हैं । जहाँ पर छात्र शिक्षक और अन्य लोग शांति से बैठकर अपने मनपसंद विषय पर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं ।
पुस्तकालय में लगभग सभी तरह की पुस्तके मौजूद होती हैं जहाँ पर लोग आसानी से जाकर उन्हें पढ़ सकते हैं । जो लोगों के ज्ञान को बढावा देने में मददगार होती हैं ।
पुस्तकालय प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह के होते हैं और दोनों ही तरह के पुस्तकालय आम लोगों के लिए फ्री होते हैं। जहाँ पर आपको मंहगी से मंहगी किताब बिल्कुल फ्री में पढने को मिल जाती है ।
यहाँ पर आपको एक ही विषय पर अनेकों प्रकार की अलग अलग लेखक की पुस्तकें मिल जाती हैं जो हमारे ज्ञान में वृद्धि करने के लिए सक्षम होती हैं। क्योंकि अक्सर लोग एक ही विषय पर अपने मनपसंद लेखक का मत जानने के इच्छुक रहते हैं।
ऐसे में पुस्तकालय ही एक ऐसी जगह होती हैं जहाँ आपको भरपूर किताबें पढने को मिल जाती हैं । इसीलिए पुस्तकालय हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है ।
पुस्तकालय पर निबंध 500
Pustakalaya par nibandh, पुस्तकालय पर निबंध में अब आपको 500 शब्दों में निबंध मिलेगा जो आसान भाषा में लिखा गया है ।
प्रस्तावना:- पुस्तकालय हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है जहाँ पर हम सभी तरह की जानकारी किताबों के माध्यम से प्राप्त करते हैं ।
पुस्तकालय = पुस्तक + आलय, मतलब पुस्तकों का आलय यानि किताबों का घर। किताबों का एक ऐसा घर जहाँ पर हमें सभी प्रकार की किताबें निःशुल्क पढ़ने को मिल जाती हैं।
पुस्तकालय हमें स्कूल व कॉलेज में देखने को मिल जाते हैं जहाँ पर छात्र और शिक्षक सभी अपना खाली समय ज्यादातर पुस्तकालय में ही व्यतीत करते हैं । जहाँ पर वे अनेक विषयों पर अनेको किताबों का अध्ययन करते हैं जो उनके ज्ञान में वृद्धि करती हैं ।
इसके अलावा सार्वजानिक पुस्तकालय व निजी पुस्तकालय भी होते हैं जो हमें किसी विशेष जगह पर देखने को मिल जाते हैं ।
सार्वजानिक पुस्तकालय सभी आयु वर्ग के लिए आम होते हैं जिनमे सभी तरह के लोग जा सकते हैं । और पुस्तकालय में बैठकर अपने मनपसंद विषय की किताबों का अध्ययन कर सकते हैं ।
निजी पुस्तकालय वे होते हैं जो किसी विशेष प्रकार के लोगों द्वारा बनाये गए हों जैसे वकील, डॉक्टर, इंजिनियर आदि जो अपने की काम में आने वाली किताबों का संग्रह रखते हैं।
पुस्तकालय का महत्व
हमारे जीवन में पुस्तकालय का बहुत बड़ा महत्व है क्यूंकि पुस्तकालय ही एक ऐसी जगह है जहाँ पर हमें अनेकों विषय पर विभिन्न प्रकार की किताबें एक जगह मिल जाती हैं । यहाँ ज्ञान का एक ऐसा भण्डार होता है जहाँ पर हर कोई किताबों की मदद से अपने ज्ञान को और बड़ा सकता है ।
कहा जाता है कि किताबें हमारी दोस्त होती हैं लेकिन कभी कभी लोगों को कुछ कीमती किताबें खरीदने में दिक्कत होती है तो ऐसे में यह पुस्तकालय ही उनके लिए बहुत बड़ा योगदान रखता है । इसलिए पुस्तकालय का हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है ।
पुस्तकालय के लाभ
Pustakalaya par nibandh में पुस्तकालय के लाभ या पुस्तकालय से फायदे की अगर हम बात करें तो पुस्तकालय हमारे जीवन में एक सच्चे और अच्छे दोस्त की तरह होते हैं । पुस्तकालय में उपलब्ध किताबें हमें अच्छे बुरे में फ़र्क बताती हैं और हमारे ज्ञान में वृद्धि पैदा करती हैं।
वे लोग जो मंहगी किताबें खरीदने में असमर्थ होते हैं लेकिन पढने के शौक़ीन होते हैं उनके लिए यह पुस्तकालय किसी वरदान से कम नहीं हैं।
यहाँ पर आपको अपने मनपसंद विषय पर विभिन्न प्रकार के लेखकों की किताबें भी आसानी से मिल जाती हैं जो पढने के लिए मुफ्त होती हैं।
इसके अलावा पुस्तकालय में वातावरण एकदम शांत रहता है और किसी तरह का कोई शोर नहीं होता है जहाँ आप मन लगाकर किताबों से अध्ययन कर सकते हैं ।
उपसंहार
पुस्तकों की दुनिया में पुस्तकालय का एक महत्वपूर्ण स्थान है जो सभी के लिए बहुत लाभदायक होता है । पुस्तकालय में अध्ययन करते समय वहाँ के जो नियम होते हैं उनका पालन करना हमारा कर्तव्य है ।
इस इन्टरनेट के दौर में पुस्तकालय का महत्व घटता जा रहा है लेकिन सरकारी और सामाजिक तौर पर पुस्तकालय की तरफ और अधिक ध्यान देने की आवश्कता है ।
पुस्तकालय पर निबंध 10 लाइन
- पुस्तकालय को पुस्तकों का घर कहा जाता है।
- यह वह जगह होती है जहाँ पर अनेकों विषय पर विभिन्न प्रकार की किताबें मौजूद होती हैं।
- यहाँ पर आपको हिंदी, अंग्रेजी व अन्य भाषाओँ में लिखी पुस्तके पढने को आसानी से मिल जाती हैं।
- स्कूल व कॉलेज में पुस्तकालय उपलब्ध होती हैं। जहाँ छात्र व शिक्षक सभी जाकर किताबें पढ़ते हैं।
- कुछ पुस्तकालय निजी व सार्वजानिक भी होते हैं इनमे भी किताबों का एक विशेष भंडार होता है।
- पुस्तकालय में वातावरण बहुत शांत रहता है जिससे वहाँ पर बैठकर पढने में बहुत मजा आता है ।
- यहाँ पर सभी तरह की पुस्तकें पढने के लिए फ्री होती हैं जिससे निर्धन लोगों के लिए मँहगी पुस्तके पढना आसान हो जाता है।
- सभी पुस्तकालयों के अपने अपने नियम होते हैं जिनके तहत कुछ किताबे एक नियमित समय के लिए आप अपने घर भी ले जा सकते हैं।
- पुस्तकालय हमारे ज्ञान में और अधिक वृद्धि करने में मददगार होती हैं।
- हमें खाली समय में पुस्तकालय जाना चाहिए क्यूंकि यह जगह हमारे लिए ज्ञान का भंडार होती है जहाँ से हम कुछ न कुछ सीख कर ज़रूर आते हैं।